वृश्चिक राशि की विशेषताएं अन्य राशियों से अलग होती हैं। ज्योतिष के अनुसार, हर राशि के लिए ‘शत्रु राशि’ का पता लगाना जरूरी है। यह जानना कि वृश्चिक राशि के साथ कौन सी राशि नहीं मिलती, बहुत उपयोगी है।
प्रमुख सीखने के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
- वृश्चिक राशि की प्रकृति और गुण अन्य राशियों से भिन्न होते हैं।
- ज्योतिष में किसी भी राशि के लिए ‘शत्रु राशि’ की पहचान करना महत्वपूर्ण है।
- यह जानना कि वृश्चिक राशि के साथ कौन-सी राशि सुमेलित नहीं होती, वृश्चिक जातकों के लिए उपयोगी है।
- वृश्चिक राशि की विरोधी प्रकृति और संघर्षपूर्ण मित्रता अन्य राशियों के साथ समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
- वृश्चिक राशि के प्रभाव को समझना और उनके साथ कार्य करना महत्वपूर्ण है।
वृश्चिक राशि की शत्रु राशि कौन सी है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृश्चिक राशि की प्रमुख शत्रु राशि ‘मीन’ है। वृश्चिक और मीन राशि के लोगों के बीच टकराव होता है। यह टकराव संघर्ष का कारण बनता है।
राशि विरोधाभास और असंगत मित्र चिन्ह
वृश्चिक राशि के लिए ‘असंगत मित्र’ चिन्ह भी हैं। इसमें मेष और कन्या राशि शामिल हैं। ये राशियां वृश्चिकों के लिए संघर्ष का कारण बन सकती हैं।
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“वृश्चिक राशि के लोगों को अपनी शत्रु राशि मीन और असंगत मित्र राशियों के साथ सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि इन राशियों के साथ टकराव की संभावना अधिक होती है।”
इस प्रकार, वृश्चिक राशि की शत्रु राशि मीन है। इसके अलावा, मेष और कन्या भी असंगत मित्र हैं। इन राशियों के साथ संबंधों में सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
वृश्चिक और वृषभ राशि के बीच संघर्ष
वृश्चिक और वृषभ राशि के बीच एक जटिल संबंध है। यह दोनों राशियों के व्यक्तित्व और मूल्यों में अंतर के कारण है।
वृषभ लोग शांत और स्थिर होते हैं। वृश्चिक व्यक्ति संदिग्ध और आक्रामक होते हैं। यह अंतर दोनों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध बनाने में बाधा डालता है।
वृश्चिक और वृषभ के बीच विश्वास और समझ बनाना मुश्किल है। लगातार टकराव और विवाद होता है। इस कारण स्थायी संबंध बनाना कठिन हो जाता है।
वृश्चिक राशि | वृषभ राशि |
---|---|
संदिग्ध और उग्र प्रकृति | स्थिर और शांत प्रकृति |
आक्रामक व्यवहार | मधुर और सहज व्यवहार |
खुद को केंद्र में रखने वाले | दूसरों के प्रति संवेदनशील |
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वृश्चिक और वृषभ राशि के मतभेद और व्यक्तित्व के अंतर के कारण, संघर्ष और टकराव होता है। यह स्थायी और सौहार्दपूर्ण संबंध बनाना मुश्किल हो जाता है।
वृश्चिक और मिथुन राशि की टकराहट
वृश्चिक और मिथुन राशि के बीच टकराव देखा जाता है। मिथुन राशि के लोग हल्के और रोमांटिक होते हैं। वहीं, वृश्चिक राशि के लोग गंभीर और संशयवादी होते हैं।
इन विपरीत प्रकृतियों के कारण दोनों के बीच संबंध मुश्किल हो जाता है।
विरोधी प्रकृतियों के कारण टकराव
वृश्चिक राशि वाले मिथुन राशि को अस्थिर मानते हैं। वे उन्हें अनुचित व्यवहार करने वाला भी मानते हैं।
इस तनाव को दूर करने के लिए समझौता करना जरूरी है। ताकि दोनों राशियों के लोग एक-दूसरे के साथ अच्छी तरह से जुड़ सकें।
FAQ
किन राशियों के साथ वृश्चिक राशि को टकराव और संघर्ष होता है?
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृश्चिक राशि की शत्रु राशि ‘मीन’ है। वृषभ और मिथुन राशि भी वृश्चिक के साथ संघर्ष कर सकते हैं।
वृश्चिक राशि और मीन राशि के बीच क्यों होता है टकराव?
मीन राशि वृश्चिक के लिए विरोधी है। इसलिए, इन दोनों के बीच संघर्ष होता है। वृश्चिक के लिए मेष और कन्या असंगत मित्र हैं।
वृश्चिक राशि और वृषभ राशि के बीच क्यों होता है संघर्ष?
वृश्चिक और वृषभ के व्यक्तित्व में बड़ा अंतर है। वृषभ शांत और स्थिर होते हैं। वृश्चिक लोग अक्सर संदिग्ध और आक्रामक होते हैं।
इन अंतरों के कारण दोनों के बीच संबंध कठिन हो जाते हैं।
वृश्चिक राशि और मिथुन राशि के बीच क्यों होता है टकराव?
मिथुन हल्के और रोमांटिक होते हैं। वृश्चिक गंभीर और संशयवादी होते हैं।
इन विपरीत प्रकृतियों के कारण दोनों के बीच संबंध मुश्किल हो जाता है। वृश्चिक अक्सर मिथुन को अस्थिर मानते हैं।
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